India-China border dispute: general overview
भारत-चीन सीमा सम्बन्धी विवाद: सामान्य अवलोकन
DOI:
https://doi.org/10.31305/rrijm.2022.v07.i11.020Keywords:
India, China, border, Tibet problemAbstract
There have been many reasons or issues for the dispute between India and China. These reasons, sometimes singly and sometimes collectively, have negatively affected India-China relations. In the 1990s, China's nuclear assistance to Pakistan and China's efforts to put a stop to India's nuclear program gave rise to suspicion and mistrust in India-China relations. In the 21st century, issues like rivalry between the two countries for supremacy in Asian politics, competition in the economic and trade fields, China's disregard for India's claim for permanent membership in the Security Council, etc. have become effective on India-China relations, but it’s This does not mean that traditional disputes between India and China like border dispute, Tibet problem or China-Pakistan friendship have ended. It is true that due to the process of normalization in India-China relations in the last decade, the intensity of these traditional disputes had reduced, but in 2015, the border dispute and Tibet problem once again made the future of India-China relations uncertain. has made it.
Abstract in Hindi Language:
भारत व चीन के मध्य विवाद के अनेक कारण अथवा मुद्दे रहे हैं। इन कारणों ने समय पर कभी एकल रूप में तो कभी सामूहिक रूप में भारत-चीन सम्बन्धों को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। सन् 1990 के दषक में पाकिस्तान को चीन के द्वारा दी जा रही नाभिकीय सहायता तथा भारत के परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने की चीन की कोषिषों ने भारत-चीन सम्बधों में शंका, अविष्वास को जन्म दिया। 21वीं सदी में भारत-चीन सम्बन्धों पर एषिया की राजनीति में वर्चस्व को लेकर दोनों देषों में प्रतिद्वन्द्वता, आर्थिक व व्यापारिक क्षेत्र में प्रतिस्पद्र्धा, भारत की सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के दावे के प्रति चीन का उपेक्षा भाव आदि मुद्दे प्रभावी हो गये है किन्तु इसका तात्पर्य यह नहीं है कि भारत-चीन के मध्य सीमा विवाद, तिब्बत समस्या अथवा चीन-पाक मैत्री जैसे परम्परागत विवाद समाप्त हो गये हैं। इतना अवष्य है कि पिछले एक दषक में भारत-चीन सम्बन्धों में सामान्यीकरण की प्रक्रिया के कारण इन परम्परागत विवादों की उग्रता कुछ कम हो गयी थी, किन्तु सन् 2015 में सीमा विवाद तथा तिब्बत समस्या ने एक बार पुनः भारत-चीन सम्बन्धों के भविष्य को अनिष्चित बना दिया है।
Keywords: भारत, चीन, सीमा, तिब्बत समस्या।
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