Jainendraji's Contribution to Hindi Literature: General Analysis

हिंदी साहित्य में जैनेन्द्र जी का योगदान: सामान्य विश्लेषण

Authors

  • Irshad Bano Assistant Professor (Hindi), Saint Paul Mahavidhyalaya, Naner, Tonk, Rajasthan

DOI:

https://doi.org/10.31305/rrijm.2023.v08.n03.037

Keywords:

Jainendra, Hindi literature, litterateur, society

Abstract

In Hindi literature, Jainendra Kumar has the best place among writers like Bhartendu Harishchandra, Mahavir Prasad Dwivedi, Ramchandra Shukla, Acharya Hazari Prasad Dwivedi, Vayudev Sharan Agarwal, Vidyanivas Mishra, Kuber Nath Rai etc. He comes in the form of the best link among these writers. Jainendra Kumar is such a distinguished writer, who gave a new direction to the Hindi literary stream. Only litterateurs like Jainendra could transform Premchandiya's social consciousness into psychoanalytical social consciousness and he did all that in a very remarkable way. Before getting into the literature of such era or consciousness promoter writer, his life introduction is necessary.

Abstract in Hindi Language:

हिन्दी साहित्य में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, महावीर प्रसाद द्विवेदी, रामचन्द्र शुक्ल, आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, वायुदेव शरण अग्रवाल, विद्यानिवास मिश्र, कुबेर नाथ राय आदि साहित्यकारों में जैनेन्द्र कुमार का श्रेष्ठ स्थान हे। ये इन साहित्यकारों में श्रेष्ठ कड़ी के रूप में आते है। जैनेन्द्र कुमार एक ऐसे विशिष्ट साहित्यकार है, जिन्होंने हिन्दी साहित्य धारा को एक नयी दिशा प्रदान की। प्रेमचन्दीय सामाजिक चेतना के मनोंविश्लेषणात्मक सामाजिक चेतना के रूपान्तरित जैनेन्द्र जैसे साहित्यकार ही कर सकते थे और वह सब उन्होंने अत्यधिक उल्लेखनीय रूप में किया। ऐसे युग या चेतना प्रवर्तक साहित्यकार के साहित्य में अवगाहन करने के पूर्व उनका जीवन परिचय आवश्यक है।

Keywords: जैनेन्द्र, हिन्दी साहित्य, साहित्यकार, समाज।

References

सारिका-अगस्त, 1963 (जैनेन्द्र अपनी निगाह में) पृ-9

रमेश जैन-हिन्दी के शरत् जैनेन्द्र, पृ-26

जैनेन्द्र कुमार-साहित्य का श्रेय और प्रेय, पृ-345

सारिका-अगस्त, 1963 (जैनेन्द्र अपनी निगाह में) पृ-10

बांकेबिहारी भटनागर-जैनेन्द्र व्यक्तिः कथाकार और चिंतक, पृ-47

रघुनाथ शरण झालानी-जैनेन्द्र और उनके उपन्यास, पृ-5

बांकेबिहारी भटनागर-जैनेन्द्र व्यक्तिः कथाकार और चिंतक, पृ-14

मधुरेश-कहानीकार जैनेन्द्र कुमार, पृ-16

देवराज उपाध्याय-जैनेन्द्र के उपन्यासों का मनोवेज्ञानिक अध्ययन, पृ-क

Downloads

Published

14-03-2023

How to Cite

Bano, I. (2023). Jainendraji’s Contribution to Hindi Literature: General Analysis: हिंदी साहित्य में जैनेन्द्र जी का योगदान: सामान्य विश्लेषण. RESEARCH REVIEW International Journal of Multidisciplinary, 8(3), 298–301. https://doi.org/10.31305/rrijm.2023.v08.n03.037