Language and Craft of Kamleshwar's Stories
कमलेश्वर की कहानियों का भाषा और शिल्प
DOI:
https://doi.org/10.31305/rrijm.2022.v07.i05.025Keywords:
New story, craft, language, image, symbol, fantasy, Arabic, Persian, English, Tatsam, Tadbhav, DesiAbstract
Kamleshwar's stories were created keeping in mind the classical framework of storytelling art. Apart from those standards, they are constantly moving forward establishing some new standards of the modern era. Kamleshwar is considered a very alert and progressive storyteller. All the points of the language and craft of his stories are discussed. In which they stand up to the test with success. Kamleshwar is considered the most popular face of the post-independence Hindi story genre. He was a creator of multifaceted literature. In this way, Kamleshwar proves to be a successful storyteller on the basis of language and craft.
Abstract in Hindi Language:
कमलेश्वर की कहानियाँ कहानी कला के शास्त्रीय ढाँचे को मद्देनजर रखकर सृजित हुई। साथ उस प्रतिमानों से इतर भी आधुनिक कालीन कुछ नये प्रतिमान स्थापित करती हुई निरन्तर गतिमान हैं। कमलेश्वर बहुत ही सजग तथा प्रगतिशील कथाकार माने जाते हैं। उनकी कहानियों के भाषा एवं शिल्प विधान के समस्त बिन्दुओं पर चर्चा की जाती है। जिसमें वे सफलता के साथ खरी उतरती हैं। स्वातंत्र्योत्तर हिन्दी कहानी विधा के सबसे चर्चित चेहरे कमलेश्वर माने जाते हैं। वे बहुविध साहित्य सृजनकर्ता थे। इस तरह से भाषा और शिल्प के धरातल पर कमलेश्वर सफल कहानीकार सिद्ध होते हैं।
Keywords: नयी कहानी, शिल्प, भाषा, बिंब, प्रतीक, फैंटेसी, अरबी, फारसी, अंग्रेजी, तत्सम, तद्भव, देशज
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